Browsing Category

इन दिनों

न बनें बाज या फफिन

धर्म वही बड़ा है जो मनुष्य की रक्षा करे। हमें न बाज बनना है, न फफिन। वह ज़िंदगी हीं होती है जो बाज और फफिन को जीत लेती है।

वाह ताज का गुज़र जाना

ख़बरों में खबर यह है कि हम जो दुनिया बना रहे हैं, वह बहुतेरों के लिए रहने लायक़ नहीं है। जाकिर हुसैन और पंडित शिव कुमार से सीख लीजिए और आगे बढ़िए।

संविधान और पद-ज्ञान

संविधान में हुए अबतक के संशोधनों पर बहस होनी चाहिए थी कि ये संशोधन क्यों हुए लेकिन बहस न कर एक दूसरे पर आरोप मढ़ते रहते हैं।