संसद में लोकतंत्र

लोकतंत्र का मंदिर अगर संसद है तो सत्ता पक्ष और विपक्ष को एक दूसरे की बात को सुननी चाहिए। कम से कम संसद में लोकतंत्र तो जरुरी है।

टारगेट पर शिवराज!

वादों की अनदेखी केवल क़ृषि मंत्रालय ही नहीं बल्कि सभी मंत्रालयों ने वही सब काम किया जो नहीं होना चाहिए। फिर यैसा क्यों टारगेट पर शिवराज हीं

हे बाबा, रे बाबा

मैंने सड़कों पर हे बाबा से रे बाबा की दूरी तय कर ली है। मेरा मन कबीर की तरह बेपरवाह हो चला है।

सुगम्य भारत अभियान: सार्वभौमिक सुगमता कार्यान्वयन

सुगम्य भारत अभियान दिव्यांग व्यक्तियों को जीवन में सक्षम बनाने के लिए सार्वभौमिक सुगमता को बढ़ाने और कार्यान्वयन का मार्ग प्रशस्त करेगा।

जब राजेन्द्र बाबू को अपनी भतीजी के विवाह में कर्ज लेना पड़ा था

राजेन्द्र बाबू दहेज प्रथा के घोर विरोधी थे लेकिन भतीजी के विवाह में दहेज़ और नगद खर्च के लिए उन्हें कर्ज लेना पड़ा था।

युवाओं की चुनौतियाँ

युवाओं को इस युग की चुनौतियाँ उन्हें निमंत्रण देती है। युवा जिस शिक्षा व्यवस्था से ट्रेनिंग प्राप्त करते हैं। क्या युवा चुनौतियों का सामना कर सकेंगे...