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बड़ी ख़बर
प्रेमचंद की दृष्टि में पूंजीवादी अर्थनीति
पूंजीवादी अर्थनीति में उत्पादन उपभोग के उद्देश्य से नहीं, मुनाफे के उद्देश्य से किया जाता है।
जहाँ गंदगी व दुर्गन्ध कोई मुद्दा ही नहीं
बिहार अक्सर गंभीर संक्रामक रोगों की चपेट में आ जाता है फिर भी कभी किसी चुनाव में गंदगी व दुर्गन्ध कोई मुद्दा नहीं बन पाता।
भगत सिंह की क्रांति सम्बन्धी अवधारणा
आज भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का शहादत दिवस है। भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन की गैर समझौतावादी धारा के ये महान क्रांतिकारी रहे हैं।
वे नौजवान, जो हंसते-हंसते बलिदान हुए
सांडर्स हत्या कांड और असेम्बली बम कांड के कारण भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव तीनों महान क्रांतिकारियों को एक साथ फांसी दी गई थी।
पब्लिक पालिका ही लोकतंत्र को बचा सकती है
अगर लोकतंत्र बचाना है तो लोक को पब्लिक की ऐसी पालिका बनानी होगी जिसके केंद्र में सामूहिकता हो।
न्यायपालिका के फैसले और सामाजिक दरिंदगी
जस्टिस राम मनोहर मिश्र ने 11 साल की बच्ची के संदर्भ में फैसला सुनाया है कि बच्ची के निजी अंग पकड़ना और नाड़ा तोड़ना दुष्कर्म की कोशिश नहीं है।
पिपली लाइव के बहाने तेरी-मेरी उनकी बात
भारत की कृषि और देश के किसान आज किस दयनीय हालत में है, उसे पिपली लाइव फिल्म से समझा जा सकता है।
कब्र खोदना है या स्पेस में जाना है
सुनीता विलियम्स के आंतरिक्ष से लौटने की खबर छाई हुई है और हम हैं कि कब्र में भविष्य देख रहे हैं।
गड़े मुर्दे उखाड़ते नफरत के सौदागर
वास्तविकताओं से मुंह फेर नफ़रत के सौदागर गड़े मुर्दे उखाड़ते फिर रहे हैं और समाज में नफ़रत का ज़हर बो रहे हैं।
फिर आया है पल्टीमार मौसम
चुनाव लड़ने को इच्छुक प्रत्याशी दल के भीतर अपनी हैसियत भांप टिकट मिलने की सम्भावना को देखते हुए पल्टीमार राजनीति शुरू कर देते हैं