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आजादी और गुलामी
आज जब आजादी की लड़ाई को झुठलाया गया और उस पर सरेआम हमला हुआ, तब भी उसकी प्रतिक्रिया जोरदार नहीं हुई।
चप्पा-चप्पा अब सेवा दल!
कांग्रेस अब स्वावलम्बी होना चाहती है देश की मौजूदा स्थिति को लेकर कांग्रेस अब सेवा दल के शिविर में गहन चिंतन कर रही है।
शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय को याद करते हुए
बांग्ला के प्रख्यात उपन्यासकार शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय से मेरा पहला परिचय बचपन में छात्र जीवन के दौरान उनकी कहानी 'महेश' से हुआ था।
भागवत- कथा, गरई मछली और आजाद भारत
भागवत के बयान परस्पर विरोधी लगते हैं, मगर सभी बयान के निहितार्थ एक से है कि आज़ादी को झूठा बताना।
बिहार में फासले की राजनीति!
बिहार में फिलहाल सरकार कहीं नहीं जा रही है। फासले की राजनीति शुरू हो गई है, उलट-पुलट की संभावना अवश्य बढ़ गयी है।
क्या हैं लॉस एंजेलिस की भयावह आग के संकेत?
पिछले कई दिनों से लॉस एंजेलिस के जंगलों में लगी आग अभी तक पूरी तरह बेक़ाबू बनी हुई है।
व्यक्ति की स्वतंत्रता और सामाजिक जिम्मेदारी
जिस स्वतंत्रता में सामाजिक जिम्मेदारी का बोध न हो वैसी स्वतंत्रता समाज को गर्त में ले जाती है।
संगम के साधुओं की ज्ञान परंपरा
कहा जा रहा है कि चालीस करोड़ लोग कुंभ का स्नान करेंगे। भाँति-भाँति के साधुओं की तस्वीरें छपी हैं।
भागवत के बयानों पर विवाद
वैसे भागवत का विवादों से पुराना नाता है। इनका बयान उस वक्त आ जाता है जब सत्ता अपना मंसूबा पूरा करने में लगी हो।
भारतीय रूपए एवं माननीय के चरित्र का बार-बार गिरना…
डॉलर के परिप्रेक्ष्य में भारतीय रुपए का गिरना तथा कुर्सी के लिए नेताओं के चरित्र का गिरना सामान्य सी बात हो गई है।