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इन दिनों

जिन्ना और गांधी

नेताओं द्वारा असत्य के अंधाधुंध प्रयोग कहीं देश को नहीं ले डूबे, वक़्त रहते जिन्ना और गांधी के अंतर को समझिए।

पाँच देशों के पाँच विद्रोह

बांग्लादेश में जिनका शासन है, वे नोबेल पुरस्कार प्राप्त हैं, लेकिन उनके अंदर मानवीय प्रेम की बेहद कमी है। हाल के वर्षों में सीरिया सहित पाँच देशों में विद्रोह हुए हैं।

विश्वविद्यालय की सैर

हज़ारीबाग़ पहुँचा तो शिक्षकों से पता चला कि दो वर्ष से विश्वविद्यालय में कोई रेगुलर कुलपति नहीं है जो चिंता का विषय है।

साबरमती फ़ाइल्स और सांसारिक सच्चाई

हमारे नेता सामूहिक रूप से 'साबरमती फ़ाइल्स' देख रहे हैं जबकि आँखों के सामने मणिपुर है क्या इसकी भी कोई फ़ाइल बनेगी और सत्ताधारी कुनबा इसे देखेगा...

अपने देश में पहाड़ों के फूल

रेल की खिड़कियों से प्रकृति का एक तिलिस्म दिखता है। खेत में बिछी धान की पातन, उस पर झरती सुबह की पीली मुलायम धूप, पेड़-पौधे और पहाड़ों के फूल।

संसद में लोकतंत्र

लोकतंत्र का मंदिर अगर संसद है तो सत्ता पक्ष और विपक्ष को एक दूसरे की बात को सुननी चाहिए। कम से कम संसद में लोकतंत्र तो जरुरी है।

हे बाबा, रे बाबा

मैंने सड़कों पर हे बाबा से रे बाबा की दूरी तय कर ली है। मेरा मन कबीर की तरह बेपरवाह हो चला है।

युवाओं की चुनौतियाँ

युवाओं को इस युग की चुनौतियाँ उन्हें निमंत्रण देती है। युवा जिस शिक्षा व्यवस्था से ट्रेनिंग प्राप्त करते हैं। क्या युवा चुनौतियों का सामना कर सकेंगे...