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कुछ तो विश्वास पैदा करो ‘कुमार’…
बौद्धिक वेश्यावृति के सरगना कवि कुमार लगातार अपना विश्वास' खो रहे हैं। इनके मूँह से कई दफा जो रूखी बातें निकली हैं, वो आस्वाद ही पैदा किया है।
वक्फ बिल और अमेरिका का टैरिफ चार्ज
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर टैरिफ लगाया जिससे देश पर करीब 35 अरब का बोझ पड़ेगा।
जाति प्रथा और जातिवादी राजनीति
राजनीति में जातीय समीकरण की बात कोई नई नहीं है। आजादी के बाद से ही जातिवाद व जातिवादी राजनीति इस देश के लिए नासूर बना हुआ है।
विश्व युद्ध की ओर बढ़ते कदम
तीसरे ट्रर्म के लिए अमेरिकी संविधान बदलने की बात करते हैं। उनकी छटपटाहट विश्व युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं।
प्रेमचंद की दृष्टि में पूंजीवादी अर्थनीति
पूंजीवादी अर्थनीति में उत्पादन उपभोग के उद्देश्य से नहीं, मुनाफे के उद्देश्य से किया जाता है।
जहाँ गंदगी व दुर्गन्ध कोई मुद्दा ही नहीं
बिहार अक्सर गंभीर संक्रामक रोगों की चपेट में आ जाता है फिर भी कभी किसी चुनाव में गंदगी व दुर्गन्ध कोई मुद्दा नहीं बन पाता।
भगत सिंह की क्रांति सम्बन्धी अवधारणा
आज भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का शहादत दिवस है। भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन की गैर समझौतावादी धारा के ये महान क्रांतिकारी रहे हैं।
वे नौजवान, जो हंसते-हंसते बलिदान हुए
सांडर्स हत्या कांड और असेम्बली बम कांड के कारण भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव तीनों महान क्रांतिकारियों को एक साथ फांसी दी गई थी।
पब्लिक पालिका ही लोकतंत्र को बचा सकती है
अगर लोकतंत्र बचाना है तो लोक को पब्लिक की ऐसी पालिका बनानी होगी जिसके केंद्र में सामूहिकता हो।
हुनरमंदों के मालिक से मजदूर बन जाने की दास्तान
कुछ प्राकृतिक आपदाओं के कारण तो कुछ आर्थिक और राजनीतिक नीतियों के कारण मालिक से मजदूर बन जाने की दास्तान।