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विशेष
महाकुम्भ! सरकार या सरोकार का?
महाकुम्भ का निमंत्रण सरकार बाँट रही है, समाज गौन हो चला है। हिन्दू समाज अगर संगम तट पर खड़ा होता तो समरसता का संगम होता।
विवेकानन्द के विचारों को समझना जरूरी
वर्तमान व्यवस्था में विवेकानंद के सपनों को पूरा करना असम्भव है। इसके लिए पहली शर्त होगी पूंजीवाद का खात्मा।
महात्मा बुद्ध के विचारों को ‘आचार’ में लाना भी ज़रूरी
महात्मा बुद्ध के विचारों की बात करना ही पर्याप्त नहीं बल्कि इन्हें अपने 'आचार' व व्यवहार में लाना भी उतना ही ज़रूरी है।
जब मंत्रियों ने महाकवि का रथ खींचा था
पंडित लेखनाथ पौड्याल नेपाल के वयोवृद्ध महाकवि थे। उनका राजकीय सम्मान किया जा रहा था।
पूस की रात में दिल्ली की मुन्नी!
हलकू की सनातन हुई उस पीड़ा का प्रतिकार आज भी जारी है। पूस की इस रात में भी अनशन जारी है। क्या दल्लेवाल प्राण त्याग देंगे
छात्रों के लिए प्रेरणास्रोत हैं बेनीपुरी का स्कूली जीवन
आज रामवृक्ष बेनीपुरी जी की 126वीं जयंती है। 23 दिसम्बर 1899 को मुजफ्फरपुर जिले के बेनीपुरी गांव में उनका जन्म हुआ था।
सत्यार्थ यात्रा- सूर्य मंदिर
वर्ल्ड फेमस है सूर्या मंदिर। पूजा नहीं, कोई पंडा नहीं। नतीजा एक विश्व दरोहर है, जो हमारे सामने कोणार्क के सूर्य मंदिर रूप में प्रमाण सहित खड़ी है।
वैष्णव जन तो तेने कहिये: नरसी भगत
'वैष्णव जन तो तेने कहिये' नरसी भगत की रचना थी। यह साबरमती आश्रम में नियमित रूप से गाए जाने वाले भजनों में से एक था।
सत्यार्थ यात्रा- चंद्रभागा तट
सत्यार्थ यात्रा थोड़ी देरी से ही सही सूर्य के दर्शन करने चंद्रभागा तट पर पहुँचे। क्षितिज पर उगते सूर्य का दर्शन यहाँ संभव है।
“स्वदेशी दिवस” के रूप में मनाया गया राजीव दीक्षित जी का पुण्यतिथि
आजाद भारत में स्वदेशी के सबसे बड़े प्रचारक एवं सुदृढ़ लोह स्तंभ राजीव दीक्षित जी की 14वीं पुण्यतिथि स्वदेशी दिवस के रूप में मनाई गई।