कांग्रेस सांसद और वरिष्ठ नेता शशि थरूर बोले – पीएम के नए लहजे का स्वागत
नई दिल्ली, । 08 सितम्बर 2025 । कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भारत-अमेरिका में टैरिफ को लेकर बढ़ते विवाद के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब की सराहना की। थरूर ने रविवार को केरल के तिरुवनंतपुरम में न्यूज एजेंसी ANI से कहा- मैं इस नए लहजे का एहतियात के साथ स्वागत करता हूं।
थरूर ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी बुनियादी संबंधों के महत्व पर जोर दिया, जो एक व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है। दोनों ने जो मैसेज दिया, हमारे लिए वह बहुत जरूरी है। मैं इस नए लहजे का स्वागत करता हूं।
कांग्रेस सांसद ने आगे कहा- मुझे नहीं लगता कि हम 50% टैरिफ या राष्ट्रपति और उनके स्टाफ ने जो अपमान किया है, उसे पूरी तरह से भूल सकते हैं। ट्रम्प का स्वभाव काफी चंचल है, और उन्होंने जो कुछ कहा है, उससे हमारे देश को चोट पहुंचा है। देश का अपमान हुआ है।
दरअसल, ट्रम्प ने 5 सितंबर को कहा था कि हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है। कुछ घंटे बाद उन्होंने PM मोदी को एक महान प्रधानमंत्री और अपना दोस्त बताया था। इस पर PM मोदी ने कहा कि वह ट्रम्प की भावनाओं की सराहना करते हैं।
थरूर बोले- भारत को माफी मांगने की जरूरत नहीं शशि थरूर ने रूस के साथ भारत के व्यापारिक संबंधों पर अमेरिका के कॉमर्स सेक्रेटरी हॉवर्ड लुटनिक के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। थरूर ने कहा- भारत ने बहुत ही परिपक्वता से काम लिया है। मुझे नहीं लगता कि हमें माफी मांगने की कोई जरूरत है।
कांग्रेस सांसद ने कहा-अमेरिका को यह नहीं भूलना चाहिए कि वहां कि पिछली सरकारों ने ही वैश्विक तेल की कीमतों को स्थिर करने के लिए हमसे रूसी तेल खरीदने का आग्रह किया था। दूसरी बात, चीन हमसे ज्यादा रूसी तेल और गैस खरीदता है।
थरूर ने कहा- तुर्की हमसे ज्यादा रूसी तेल और गैस खरीदता है। यूरोप तेल और गैस नहीं खरीदता, लेकिन वे अन्य रूसी सामान खरीदते हैं, इसलिए वे रूस के खजाने में हमसे ज्यादा अरबों डॉलर डाल रहे हैं।
दरअसल, अमेरिकी कॉमर्स सेक्रेटरी हॉवर्ड लुटनिक ने 5 सितंबर को कहा था कि एक या दो महीने में, भारत बातचीत की मेज पर होगा और अमेरिका से माफी मांगेगा। भारत ट्रम्प के साथ समझौता करने की कोशिश करेगा।
PM मोदी ने X पर ट्रम्प को जवाब दिया था अमेरिकी राष्ट्रपति ने 5 सितंबर को सुबह करीब 6 बजे अपने सोशल मीडिया ट्रुथ पर लिखा था, ‘ऐसा लगता है कि हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है। उम्मीद है उनका भविष्य अच्छा होगा।’
इसके बाद, वे करीब 12 घंटों के अंदर ही बैकफुट पर चले गए। उन्होंने शाम 6-7 बजे के बीच व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक सवाल पर कहा- ‘मैं हमेशा मोदी का दोस्त रहूंगा। भारत के साथ संबंधों को रीसेट करने के लिए हमेशा तैयार हूं।’
अगले दिन, 6 सितंबर को सुबह 9:45 बजे PM मोदी ने ट्रम्प को X पर जवाब दिया। उन्होंने ट्रम्प के बयान को शेयर करते हुए लिखा- राष्ट्रपति ट्रम्प की भावनाओं और हमारे संबंधों को लेकर उनके विचारों की तहे दिल से सराहना करता हूं और उनका पूर्ण समर्थन करता हूं। भारत-अमेरिका के बीच एक पॉजिटिव और दूरदर्शी रणनीतिक साझेदारी है।