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krishnayan
गौसेवा पर लघु फिल्म परियोजनाएँ
भारत में गाय केवल एक पशु नहीं, बल्कि “गौ माता” के रूप में श्रद्धा का प्रतीक है। ग्रामीण जीवन, कृषि, पर्यावरण और आस्था में गाय की केंद्रीय भूमिका रही है। आधुनिक समय में जब युवा पीढ़ी दृश्य माध्यमों से अधिक प्रभावित होती है, तो लघु फिल्में…
बच्चे और गाय: शैक्षिक एनिमेशन का महत्व और सुझाव
बच्चों के लिए शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। चित्र, कहानियाँ और एनिमेशन बच्चों की जिज्ञासा और कल्पना को जीवित रखते हैं। भारत जैसे देश में जहाँ गाय का सांस्कृतिक, धार्मिक और पर्यावरणीय महत्व है, वहाँ बच्चों को गाय से जुड़ी…
टीवी और समाचार पत्रों में गौशाला की भूमिका
भारत में गौशालाएँ केवल धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा नहीं हैं, बल्कि वे सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण संस्थान मानी जाती हैं। इनकी भूमिका को समाज तक पहुँचाने और जनमानस में जागरूकता पैदा करने में टीवी और…
कृष्णायन का सोशल मीडिया प्रभाव: एक विश्लेषण
आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया समाजिक परिवर्तन, जागरूकता और सांस्कृतिक आंदोलनों का सबसे बड़ा माध्यम बन चुका है। इसी क्रम में कृष्णायन गौशाला और उससे जुड़े प्रयासों ने भी सोशल मीडिया को एक प्रभावशाली मंच की तरह इस्तेमाल किया है। यह केवल…
यूट्यूब व्लॉग्स से गौशाला जागरूकता में हो रहा है विस्तार
आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया और वीडियो प्लेटफ़ॉर्म्स ने समाज में जागरूकता फैलाने का एक सशक्त साधन बन लिया है। इनमें यूट्यूब व्लॉग्स ने विशेष स्थान प्राप्त किया है। जहां एक ओर लोग मनोरंजन और शिक्षा के लिए यूट्यूब का सहारा ले रहे हैं,…
कृष्णायन की एक दिनचर्या: कैमरे की नजर से
हरिद्वार स्थित कृष्णायन गौशाला आज सिर्फ एक गौशाला नहीं, बल्कि गोसंरक्षण और ग्रामीण सतत विकास का जीवंत केंद्र बन चुकी है। यहाँ गायों की सेवा और देखभाल को एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक साधना माना जाता है। यदि कैमरे की नजर से कृष्णायन की एक…
सोशल मीडिया पर गौसंरक्षण अभियान कैसे चलाएँ?
गाय भारतीय संस्कृति, आस्था और ग्रामीण जीवन का अभिन्न हिस्सा रही है। आज जब शहरीकरण और आधुनिकता की दौड़ में पारंपरिक मूल्यों का ह्रास हो रहा है, ऐसे समय में गौसंरक्षण अभियान की आवश्यकता और भी बढ़ जाती है। डिजिटल युग में सोशल मीडिया सबसे…
गायों पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने का विचार
भारत में गाय केवल एक पशु नहीं, बल्कि संस्कृति, परंपरा और आध्यात्मिकता का प्रतीक मानी जाती है। गोरक्षा और गोसंवर्धन से जुड़े विचार हजारों वर्षों से भारतीय समाज का हिस्सा रहे हैं। ऐसे में गायों पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने का विचार न केवल…
गायों पर बढ़ते खतरे और समाधान
भारत में गाय को न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था और पर्यावरण संरक्षण में भी इसकी भूमिका अत्यंत अहम है। इसके बावजूद आज गायों पर कई तरह के खतरे मंडरा रहे हैं। यदि इन पर समय रहते ध्यान…
गौवध विरोधी कानूनों की समीक्षा
भारत में गाय को धार्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। प्राचीन काल से ही गाय को “माता” का दर्जा दिया गया है और समाज में इसका विशेष स्थान रहा है। इसी परंपरा और भावनात्मक जुड़ाव को देखते हुए विभिन्न राज्यों…