इंडिगो को बड़ी राहत: टर्किश विमानों की लीज 6 महीने और बढ़ी

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नई दिल्ली। 29 अगस्त 2025 । भारत की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन इंडिगो (IndiGo) को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन में बड़ी राहत मिली है। कंपनी को टर्किश एयरलाइंस से लीज पर लिए गए विमानों की अवधि को 6 महीने और बढ़ाने की अनुमति मिल गई है। यह फैसला ऐसे समय आया है जब एयरलाइंस को लगातार बढ़ती डिमांड और डिलीवरी में देरी के कारण विमानों की कमी का सामना करना पड़ रहा है।

लीज विस्तार से यात्रियों को लाभ

इंडिगो ने पिछले कुछ सालों में तेजी से अंतरराष्ट्रीय रूट्स पर अपनी उपस्थिति बढ़ाई है। टर्किश एयरलाइंस के साथ उसका कोडशेयर समझौता पहले से ही चर्चा में रहा है।

  • अब इन विमानों की लीज बढ़ने से इंडिगो की अंतरराष्ट्रीय उड़ानें प्रभावित नहीं होंगी।

  • यूरोप और मध्य-पूर्व के लिए सीधी और कनेक्टिंग फ्लाइट्स सुचारु रूप से चलती रहेंगी।

  • यात्रियों को रद्द या विलंबित उड़ानों की परेशानी से बचाव मिलेगा।

विमानों की कमी क्यों?

  • एयरबस A320 और A321 नियो विमानों की डिलीवरी में देरी ने इंडिगो समेत कई एयरलाइंस को परेशानी में डाला है।

  • इंजनों से जुड़ी तकनीकी दिक्कतें भी विमानों को लंबे समय तक ग्राउंडेड कर रही हैं।

  • ऐसे हालात में लीज पर लिए गए विमान ही संचालन की रीढ़ बन गए हैं।

इंडिगो की रणनीति

  • इंडिगो पहले से ही 300 से ज्यादा विमानों का विशाल बेड़ा रखती है, लेकिन तेज डिमांड को देखते हुए उसे अस्थायी उपाय करने पड़ रहे हैं।

  • टर्किश विमानों की लीज विस्तार से कंपनी अपनी नेटवर्क क्षमता बनाए रख सकेगी।

  • इससे इंडिगो को अंतरराष्ट्रीय एविएशन मार्केट में मजबूती मिलेगी और एयर इंडिया जैसी प्रतिस्पर्धी कंपनियों से टक्कर देने की क्षमता बरकरार रहेगी।

सरकार और एविएशन सेक्टर की भूमिका

भारत सरकार और DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) भी एयरलाइंस को सुविधा देने के लिए लचीला रुख अपना रहे हैं।

  • विदेशी विमानों की लीज बढ़ाना इसका उदाहरण है।

  • इससे रोजगार, पर्यटन और बिजनेस यात्राओं पर सकारात्मक असर पड़ेगा।

  • देश की विमानन वृद्धि दर दुनिया में सबसे तेज है और ऐसे फैसले इसे और गति देंगे।

आगे की संभावनाएँ

  • आने वाले महीनों में इंडिगो को एयरबस से नए विमानों की डिलीवरी मिलने की उम्मीद है।

  • तब तक लीज पर लिए गए टर्किश विमान इंडिगो की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का मुख्य सहारा बने रहेंगे।

  • यदि डिलीवरी और देरी से होती है, तो कंपनी को लीज समझौता और आगे भी बढ़ाना पड़ सकता है।

इंडिगो का यह कदम यात्रियों और भारतीय एविएशन सेक्टर दोनों के लिए महत्वपूर्ण है।

  • यात्रियों को निर्बाध उड़ानें मिलेंगी।

  • एयरलाइन अपनी अंतरराष्ट्रीय मौजूदगी बरकरार रखेगी।

  • भारत का एविएशन सेक्टर वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान और मजबूत करेगा।

एयरलाइन कंपनी इंडिगो को गुरुवार को बड़ी राहत मिली। डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने इंडिगो को टर्किश एयरलाइंस से बोइंग 777 विमानों की लीज छह महीने और बढ़ाने की मंजूरी दी। अब यह करार फरवरी 2026 तक चलेगा।

इन विमानों से दिल्ली और मुंबई से इस्तांबुल के लिए उड़ानें संचालित होती हैं। एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा कि यह मंजूरी बेहद अहम समय पर मिली है। इससे मौजूदा भू-राजनीतिक हालात में फ्लाइट संचालन में स्थिरता और यात्रियों को सुविधा मिलेगी।

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