स्मृति ईरानी का बयान: राजनीति में आने से हुआ नुकसान

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नई दिल्ली, । 13 सितम्बर 2025 । एक्ट्रेस-पॉलिटिशियन स्मृति ईरानी छोटे पर्दे पर अपने आइकॉनिक टीवी शो ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के दूसरे सीजन को लेकर चर्चा में बनी हुई हैं। टीवी इंडस्ट्री से राजनीति और राजनीति से वापस टीवी में आई स्मृति ईरानी ने सोहा अली खान के शो ‘ऑल अबाउट हर’ में अपने करियर पर खुलकर बात की। राजनीति करियर पर बात करते हुए स्मृति ईरानी ने बताया कि राजनीति में आने से नुकसान हुआ है। एक्ट्रेस ने करियर के शुरुआती दिनों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने अपने पिता से लोन लिया था। अगर एक साल के अंदर लोन नहीं चुकाती तो उन्हें पिता के चुने हुए लड़के से शादी करने पड़ती।

अपने राजनीति करियर पर बात करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा- राजनीति में आने से नुकसान हुआ है। लोगों का मानना है कि कोई भी एक्टर अपने करियर के अंत में राजनीति में आता है, लेकिन मैं तो शुरुआत में ही राजनीति में आ गई थी, मुझे यहां पर कहीं ज्यादा मेहनत करनी पड़ी।

स्मृति ईरानी ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने अपने पिता से एक साल के लिए लोन लिया था, जिसके बदले में उन्होंने मुझसे वादा लिया था कि अगर मैं यह लोन नहीं चुकाती तो, मुझे उनके चुने हुए लड़के से शादी करनी पड़ेगी। दरअसल, मिस इंडिया के लिए सेलेक्ट होने के बाद स्मृति को कॉम्पिटिशन में भाग लेने के लिए एक लाख रुपए की जरूरत थी। इसके लिए एक्ट्रेस ने अपने पिता से लोन के तौर पर पैसे लिए, लेकिन उन्होंने पैसे देने के साथ शर्त रख दी। पिता ने कहा कि तुम्हें इंटरेस्ट के साथ पैसे लौटाने होंगे और अगर नहीं लौटा पाई तो फिर मैं अपनी पसंद के लड़के के साथ तुम्हारी शादी कर दूंगा। स्मृति ईरानी पिता की यह बात मान गईं। नीलेश मिश्रा के शो ‘द स्लो’ में स्मृति ईरानी ने बताया था कि उन्हें पिता के पैसे लौटाने के लिए क्लीनर का काम करना पड़ा था। ब्यूटी पेजेंट से मिले गिफ्ट्स से उन्होंने पिता को 60,000 रुपए वापस कर दिए, लेकिन बाकी पैसों के लिए उन्हें मैकडॉनल्ड्स में 3-4 महीने नौकरी करनी पड़ी। यहां वह हफ्ते में छह दिन काम करती थीं और छुट्टी के दिन वह ऑडिशन के लिए जाती थीं। ऑडिशन के दौरान ही उन्हें ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ मिला था। इस तरह एकता कपूर के शो में तुलसी बनकर स्मृति ईरानी ने हर किसी के दिल में खास जगह बना ली थी। यह सीरियल लगभग 8 साल तक चला। राजनीति में भी सक्रिय होने के बाद स्मृति ईरानी टीवी से पूरी तरह से दूर हो गईं। आगे चलकर उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्री, भारत सरकार में कपड़ा मंत्री और सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में कार्य किया। वह महिला और बाल विकास मंत्रालय और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के लिए केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के पद पर रहीं। अब 25 साल के बाद तुलसी के किरदार में स्मृति ईरानी की वापसी हुई है।

स्मृति ईरानी का यह कहना कि “राजनीति में आने से नुकसान हुआ है” राजनीति की वास्तविक चुनौतियों और व्यक्तिगत जीवन पर उसके असर को रेखांकित करता है। यह बयान जनता और राजनीतिक कार्यकर्ताओं दोनों के लिए सोचने का विषय है कि राजनीति केवल शक्ति और पहचान का साधन नहीं, बल्कि त्याग और समझौते की भी राह है।

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