क्या अब हमारे आदर्श हत्यारे, बलात्कारी व गुंडे मवाली हैं?
आज हमारे समाज का एक बड़ा वर्ग ख़ासकर युवा वर्ग ऐसे लोगों को अपना आदर्श मानने लगा है या ऐसे लोगों से प्रेरित हो रहा है जो अपराधी हैं, हत्यारे व बलात्कारी हैं, गुंडे और मवाली प्रवृति के लोग हैं।