Blog वचन जाये पर प्राण न जाई The Dialogue Nov 17, 2024 0 अब प्राण बचाने हैं, चाहे जैसे भी हो। प्राण अगर संकट में नहीं है, तब भी वचन पर अड़ना नहीं है। वचन तो वचन है, आता जाता रहता है।