महाभारत में एक धृतराष्ट्र था तो इतना भयावह महाभारत हुआ। अभी तो कदम-कदम पर धृतराष्ट्र है। पंचायत, प्रखंड, जिला, राज्य और केंद्र में- हर स्थल पर धृतराष्ट्रों का कब्जा है।
बिहार में हिन्दू जागरण यात्रा निकाला जा रहा है और निकालने वाले और कोई नहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह हैं। सड़कों पर उनके बैनर लगे हैं, जिसमें वे त्रिशूल लिए हैं। वे केंद्रीय मंत्री हैं। संविधान की शपथ ली है। संविधान कम से कम धार्मिक…
देश में आजादी आंदोलन चल रहा था। अपने नेता के आह्वान पर झुंड के झुंड युवक व युवतियां आंदोलन में शामिल हो रहे थे। अपने प्राणों की आहुति दे रहे थे। उनके दिलों में अपने नेताओं के प्रति बड़ा सम्मान भाव था। तब नेताओं में खुदगर्जी की कोई भावना…
"जब वक्त पड़ा गुलिस्तां को, खूं मैंने दिया, अब बहार आई तो कहते, तेरा काम नहीं'। यह कथन उन राजनेताओं के लिए बिल्कुल सटीक है जो छात्र-युवाओं की कुर्बानी के बल पर सत्ता हासिल करने के बाद उनको राजनीति से अलग रहने की नसीहत देते हैं।
बाढ़ पीड़ितों के लिए चलाए जा रहे समुदाय किचन की जांच की और अन्य सरकारी सुविधाओं का भी जायजा लिया। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि सभी बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में सरकारी सुविधा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है।
हरियाणा आज अपने भविष्य निर्माताओं का चुनाव कर रहा है। चुनाव में होश और विवेक की अपेक्षा की जाती है। अक्सर इसके विपरीत ही जनता का व्यवहार सामने आता है। अमूमन जनता बदलाव के पक्ष में खड़ी होती है। पब्लिक परिवर्तन ही पसंद करती है। रिपीट का मतलब…
सामाजिक-न्याय के सवाल पर प्रशांत मौन क्यों है? क्या जन सुराज का राजनीतिक बदलाव ही बिहार के सांस्कृतिक-बदलाव का आधार बनेगा? इस प्रशांत-रेखा को समझना जरूरी है. प्रशांत यही साबित करना चाहते हैं कि जिस समूह के पास धन होगा और ऊँची पहुँच होगी,…
देश है, यहाँ क्रांति की दुंदुभी बजती ही रहती है। मैं भी कई बार इस दुंदुभी के शिकार हुआ। दुंदुभी मोहती तो है ही। 1974 में यह दुंदुभी बहुत ज़ोर से बजी थी। अनेक युवाओं की जवानी इस पर भेंट चढ़ गई।