Blog बदरूप व्यवस्था की बजबजाती बयानबाज़ी The Dialogue Nov 14, 2024 0 नेताओं में जब से विचारों का अभाव हुआ है, तब से इस व्यवस्था में कुछ न कुछ उल्टे सीधे बयानबाज़ी कर वे आत्मतुष्ट होते हैं।
इन दिनों न गिद्ध रहे, न गिद्ध दृष्टि The Dialogue Oct 16, 2024 0 नदियों की बर्बादी में किसका हाथ है? अगर हम कहते हैं कि नदियों को गंदा करना बंद करो, तो क्या बंद हो जायेगा? नदियाँ क्या इस व्यवस्था से अलग है? व्यवस्था इसी तरह की रहेगी, तो नदियों को कोई बचा सकता है?