Blog वे सपने जो हो न सके कभी अपने The Dialogue Dec 19, 2024 0 समाज की बेहतरी के सपने को यदि साकार करना है तो पूंजीवाद के अस्तित्व को पूरी तरह ध्वस्त कर समाजवादी समाज व्यवस्था स्थापित करनी होगी।
ठाकुर का कोना आक्समिक नही है नेताओं का चारित्रिक अवमूल्यन The Dialogue Oct 16, 2024 0 देश में आजादी आंदोलन चल रहा था। अपने नेता के आह्वान पर झुंड के झुंड युवक व युवतियां आंदोलन में शामिल हो रहे थे। अपने प्राणों की आहुति दे रहे थे। उनके दिलों में अपने नेताओं के प्रति बड़ा सम्मान भाव था। तब नेताओं में खुदगर्जी की कोई भावना…