युवाओं को इस युग की चुनौतियाँ उन्हें निमंत्रण देती है। युवा जिस शिक्षा व्यवस्था से ट्रेनिंग प्राप्त करते हैं। क्या युवा चुनौतियों का सामना कर सकेंगे...
"जब वक्त पड़ा गुलिस्तां को, खूं मैंने दिया, अब बहार आई तो कहते, तेरा काम नहीं'। यह कथन उन राजनेताओं के लिए बिल्कुल सटीक है जो छात्र-युवाओं की कुर्बानी के बल पर सत्ता हासिल करने के बाद उनको राजनीति से अलग रहने की नसीहत देते हैं।