नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा, आपातकाल से लेकर कई घटनाओं का जिक्र किया। पीएम मोदी के हमले पर पूरे सदन में ठहाके गूंज उठे। राज्यसभा के सभापति भी मुस्कुराने लगे।
पीएम मोदी ने कहा कि लंबे समय तक देश को तराजू पर तौलने का कोई अवसर ही नहीं मिला था कि वैकल्पिक मॉडल क्या हो? 2014 में हमने देश को वैकल्पिक मॉडल दिया। जनता ने हमारे मॉडल को मंजूर किया। हमने तुष्टिकरण नहीं, संतुष्टिकरण का मॉडल दिया है। कांग्रेस का तरीका होता था कि जब चुनाव आए तब छोटे तबके को कुछ दे देना और बाकियों को तरसते देखना।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि, झुनझुना बांटना, लोगों की आंखों पर पट्टी बांधकर अपनी सियासत को चलाए रखना। इनकी नजर वोट की खेती पर होती थी। हमारी कोशिश रही है कि भारत के पास जो भी संसाधन हैं, उनका इष्टतम उपयोग किया जाए। जो समय है, उसको भी बर्बादी से बचाकर के पल-पल का उपयोग जनकल्याण के लिए, देश की प्रगति के लिए खर्च हो।
पीएम मोदी ने कहा कि, हमारी सरकार ने एससी-एसटी एक्ट को मजबूत बनाकर दलित-आदिवासी समाज के प्रति सम्मान भी दिखाया, प्रतिबद्धता भी दिखाई। आज जातिवाद का जहर फैलाने के लिए भरपूर प्रयास हो रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ उनकी सरकार का मूलमंत्र रहा है जबकि कांग्रेस का मूलमंत्र ‘परिवार प्रथम’ रहा है। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि उसने राजनीति का एक ऐसा मॉडल तैयार किया था, जिसमें ‘झूठ, फरेब, भ्रष्टाचार, परिवारवाद, तुष्टीकरण आदि का घालमेल था।
पीएम मोदी ने कहा कि पहले के मॉडल खासकर कांग्रेस के शासन में हर चीज में तुष्टीकरण था। यही उसकी राजनीति का सार बन गया। कुछ छोटे समूहों को कुछ दे देता और दूसरों को वंचित रखना। चुनाव के समय, झूठा आश्वासन दिया। उसने लोगों को बेवकूफ बनाकर अपनी राजनीति चलाई।
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